Namaz Ka Tarika Hindi – [100% trusted] – Namaz In Hindi | नमाज का तरीका

Namaz Ka Tarika Hindi

मेरे इस्लामी भाइयों! मेरा नाम Maulana Asad है, और मैं मुंबई महाराष्ट्र में इमामत करता हूं। दोस्तों Namaz Ka Tarika Hindi क्या है Namaz In Hindi या Namaz Ka Tarika in Hindi यह सब सवाल है जो आमतौर पर लोग पूछते रहते हैं.तो मैं इस पोस्ट में आपको  Namaz ki niyat या namaz ki niyat ka tarika और खास करके नमाज पढ़ने का तरीका बहुत ही आसान तरीके से बताया गया है

नमाज़ पढ़ने का तरीका

Namaz In Hindi: जब नमाज़ पढ़ने का इरादा करें तो पहले अपना बदन हदसे अकबर और ज़ाहिरी नापाकी से पाक कर लें और पाक कपड़े पहनकर पाक जगह पर किबले की तरफ मुंह करके इस तरह खड़े हो कि दोनों कदमों के दरमियान चार उंगल या उसके करीब फासला रहे।

फिर जो नमाज पढ़नी है उसके करें कि मैं फलाना वक्त की नमाज पढ़ रहा हूं,जैसे फज्र की नमाज़ पढ़नी है तो नियत इसतरह करें, मैं आज की फज्र की दो रकात फर्ज नमाज पढ़ता हूं, अल्लाह के वास्ते रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ़।

फिर दोनों हाथ कानों की लव तक इस तरह उठाएं के हथेलियां किबला रुख हो और अंगूठे के सिरे कानों के लव के मुकाबिल हों, उंगलियां खुली सीधी रहें फिर अल्लाहु अक्बर कहकर हाथ बांध ले,दाएं हाथ को बाएं हाथ पर रख कर  नाफ के नीचे इस तरह बांधे के दाएं हाथ के अंगूठे और छोटी उंगली से बाएं  हाथ की कलाई पकड़ ले और तीन उंगलियां कलाई पर सीधी रखें, नज़र सजदे की जगह पर हो। हाथ बांधकर सना पढ़ें

Sana Subhanaka: सुब्हान कल्लाहुम म व बिहम्दिक व तबारकस्मुक व तआला जददुक व ला इलाह गैरूक

इस के बाद पढ़े

auzu billahi: अअज़ु बिल्लहि मिनश्शैतानिर्रजीम।

bismillah: बिस्मिल्ला हिर्रहमानिर्रहीम।

इस के बाद सूर ए फातिहा पढ़े।

surah fatiha in hindi: सूर ए फातिहा: अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन, अर्रहमानिर्रहीम, मालिकि यौमिददीन, इय्याक नअबुदु व इय्याक नस्तईन, इहदि नस्सिरातल मुस्तकीम, सिरातल्लज़ी न अन अम त अलैहिम, ग़ैरिल मग़ज़ूबि अलैहिम वलज्ज़ाल्लीन।

सूर ए फातिहा के बाद आमीन ‘ कहे और एक सूरह या एक बड़ी आयत या तीन छोटी आयतें या इन चारों सूरत तो में से जो याद हो वह पढ़े।

surah kausar in hindi: इन्ना अअतैना कल कउसर, फ़ सल्लि लि रब्बि  क वनहर, इन न शानि अ क हुवल अब्तर। 

بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ

اِنَّاۤ اَعْطَیْنٰكَ الْكَوْثَرَؕ۝۱ فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَ انْحَرْؕ۝۲ اِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْاَبْتَرُ۠۝۳

surah ikhlas in hindi: कुल हु वल्लाहु अहद, अल्लाहुस समद, लम यलिद, वलम यूलद, वलम यकुल्लहू कुफुवन अहद।

بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ

قُلْ هُوَ اللّٰهُ اَحَدٌۚ۝۱ اَللّٰهُ الصَّمَدُۚ۝۲ لَمْ یَلِدْ ۙ۬ وَ لَمْ یُوْلَدْۙ۝۳ وَ لَمْ یَكُنْ لَّهٗ كُفُوًا اَحَدٌ۠۝۴

surah falaq in hindi: कुल अऊज़ु बिरब्बिल फ़ लक़, मिन शर्रि मा ख़लक़, व मिन शर्रि ग़ासिक़िन इज़ा व क़ब, व मिन शर्रिन्नफ्फासाति फ़िल अक़द, व मिन शर्रि हासिदन इज़ा हसद।

بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ الْفَلَقِۙ۝۱ مِنْ شَرِّ مَا خَلَقَۙ۝۲ وَ مِنْ شَرِّ غَاسِقٍ اِذَا وَقَبَۙ۝۳ وَ مِنْ شَرِّ النَّفّٰثٰتِ فِی الْعُقَدِۙ۝۴ وَ مِنْ شَرِّ حَاسِدٍ اِذَا حَسَدَ۠۝۵

surah naas in hindi: क़ुल अऊज़ु बिरब्बिनासि, मलिकिन्नासि, इलाहिन्नासि, मिन शर्रिल वस्वासिल ख़न्नासि, अल्लज़ी युवस्विसु फ़ी सुदूरिन्नासि मिनल जिन्नति वन्नासि।

بِسْمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیْمِ

قُلْ اَعُوْذُ بِرَبِّ النَّاسِۙ۝۱ مَلِكِ النَّاسِۙ۝۲ اِلٰهِ النَّاسِۙ۝۳ مِنْ شَرِّ الْوَسْوَاسِ ۙ۬ الْخَنَّاسِ۪ۙ۝۴الَّذِیْ یُوَسْوِسُ فِیْ صُدُوْرِ النَّاسِۙ۝۵ مِنَ الْجِنَّةِ وَ النَّاسِ۠۝۶

सूरत पढ़ने के बाद अल्लाहु अक्बर कह कर रुकूअ में जाए,उंगलियों को खोल कर घुटनों को पकड़ ले, नजर पांव के अंगूठे पर हो और सुब्हान रब्बियल अज़ीम तीन बार कहे,

फिर समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए सीधे खड़े हो जाएं,और रब्बना लकल हम्द भी कहे, जमाअत की सूरत में  मुक्तदी सिर्फ समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहे, रब्बना लकल हम्द ना कहे।

फिर अल्लाहु अक्बर कहता हुआ सज्दे में जाये और सुब हा न रब्बियल अअला तीन बार बोले और अल्लाहु अक्बर कह के सज्दे से उठ कर सीधा बैठे , फिर अल्लाहु अक्बर कह के दूसरा सज्दा करे और उसी तरह सुबहान रब्बियल अअला तीन बार कहे, फिर अल्लाहु अक्बर कहता हुआ सज्दे से उठ खड़ा हो। 

और दूसरी रकअत बिना सना और अऊजुबिल्ला के सिर्फ बिस्मिल्लाह से सूर ए फातिहा और दूसरी एक बड़ी आयत या तीन छोटी आयतें पढ़ कर रुकू सजदे करे , जैसा कि पहले गुजर चुका है। 

फिर घुटने मोड़कर बाएं पांव के पंजे पर और दाहिने के टखने पर बैठ कर अत्तहीयात पढ़े।

attahiyat in hindi: अत्तहीयातु लिल्लाहि वस्स  ल  वातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अलइ क अय्युहन्नबीयु व रहमतुल्लाहि व बर  कातुहू अस्सलामु अलइना व अला इबादिल्लाहिस्सालिहीन अश्हदु अल्लाइला ह इल्लल्लाहु व अश्हदुअन न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू।

अगर नमाज दो रकअतों वाली हो तो अत्ताहियात के बाद दुरूद इ इब्राहिम भी पढ़ ले।

durood e ibrahim in hindi: अल्लाहुम्म सल्लि अला मुहम्मद व अला आलि मुहम्मद कमा सल्ले त अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद,अल्लाहुम्म बारिक अला मुहम्मद व अला मुहम्मद कमा बारक त अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद

दुरूद शरीफ के बाद नीचे की दुआ पढ़े।

dua e masura in hindi: अल्लाहुम म इन्नी ज़लम्तु नफ्सी ज़ुल्मन कसीरंव व ला यग़फिरूज्ज़ुनू ब इल्ला अन त फ़ग़िफर ली मग्फि र तम मिन इन्दिक वर्हम्नी इन्न क अन्तल ग़फूरुर्रहीम।

यहां तक पढ़ कर: सबसे पहले दाहिनी तरफ मुंह फेरते हुए कहे अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहे फिर बाएं तरफ मुंह फेरते हुए अस्सलामू अलेकुम व रहमतुल्लाह कहे। यहां आप की दो रकात वाली नमाज मुकम्मल हो गई।

4 rakat namaz ka tarika: अगर चार रकअत वाली नमाज़ हो तो अत्तहीयात पढ़ने के बाद अल्लाहु अक्बर कहता हुआ उठ खड़ा हो और तीसरी  चौथी रकअत अदा करे। यह याद रहे कि चार रकअत वाली या तीन रकअत वाली फर्ज़ नमाज़ों में पहली दो ही रक्अतों में सूर ए फातिहा के बाद किसी दूसरी सूरह या बड़ी एक आयत का पढ़ना वाजिब है , तीसरी या चौथी में सिर्फ सूर ए फातिहा पढ़ी जाएगी। फिर दूसरे कादे में बैठ कर अत्तहीयात, दरुदे इब्राहीम और दुआ ए मासूरा पढ़ के दोनों तरफ मुंह फेरते हुए अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कह के नमाज़ ख़त्म करे |

namaz ke baad ki dua hindi: अल्लाहुम म अन्तस्सलामु व मिन्कस्सलामु तबारक त या ज़ल जलालि वल इक्रामि।

फर्ज वाजिब सुन्नत नफील तमाम नमाजो की नियत हिंदी में देखने के लिए यहां क्लिक करें

Namaz Ka Tariqa With Picture

Ayatul kursi ki Fazilat

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